15 हजार रुपये का लैपटॉप लाएगी जियोः रिपोर्ट
३ अक्टूबर २०२२अपने सस्ते जियो फोन की सफलता को दोहराने के मकसद से रिलायंस जियो अब एक सस्ता लैपटॉप बना रही है. मात्र 15,000 रुपये के इस लैपटॉप में 4जी सिमकार्ड लगा होगा. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कंपनी के सूत्रों के हवाले से यह एक्सक्लूसिव खबर दी है. इस लैपटॉप का नाम जियोबुक रखा जाएगा.
भारत को जीपीएस का विकल्प देने वाला नाविक
भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस ने अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से क्वॉलकॉम और माइक्रोसॉफ्ट से समझौता किया है. क्वॉलकॉम कंप्यूटिंग चिप सप्लाई करती है जबकि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम बनाती है.
जियो भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है. उसके 42 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं. हालांकि कंपनी ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन रॉयटर्स ने लिखा है कि जियोबुक लैपटॉप इसी महीने बाजार में आ जाएगा और शुरुआत में स्कूलों व सरकारी दफ्तरों को उपलब्ध कराया जाएगा. कंपनी के सूत्रों का कहना है कि लगभग तीन महीने में यह बाजार में आम ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा. बाद में यह 5जी में भी उपलब्ध होगा. भारत में 5जी सेवा पिछले हफ्ते ही शुरू हुई है.
बड़ी सफलता की उम्मीद
कंपनी के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को नाम ना छापने की शर्त पर बताया, "यह जियोफोन जितना ही सफल होगा.”
जियोबुक को भारत में ही बनाया जाएगा और इसमें तकनीकी निर्माण कंपनी फ्लेक्स की मदद ली जाएगी. जियोबुक का ऑपरेटिंग सिस्टम जियोओएस होगा और किसी भी ऐप को जियोस्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा.
कंपनी के अधिकारी ने कहा कि वह मार्च महीने तक ही लाखों लैपटॉप बेचने की उम्मीद कर रहे हैं. भारत पर्सनल कंप्यूटर के सबसे बड़े बाजारों में से एक है. रिसर्च फर्म आईडीसी के मुताबिक पिछले साल देश में 1.48 करोड़ कंप्यूटर बिके थे. इनमें सबसे ज्यादा कंप्यूटर एचपी ने बेचे. उसके बाद डेल और लेनोवो का नंबर रहा.
काउंटरपॉइंट के विश्लेषक तरुण पाठक कहते हैं कि जियोबुक के आने से देश के कंप्यूटर बाजार में कम से कम 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी. इस लैपटॉप को जियो टैबलेट के विकल्प के तौर पर भी पेश करने की सोच रहा है.
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जियोफोन की सफलता
जियोफोन को पिछले साल ही बाजार में उतारा गया था. दस हजार रुपये के कम के स्मार्ट फोन की कतार में यह सबसे ज्यादा बिकने वाला फोन बन चुका है. बाजार का अध्ययन करने वाली संस्था काउंटरपॉइंट के मुताबिक पिछली तीन तिमाहियों से जियोफोन करीब 20 फीसदी बाजार पर काबिज है.
2020 में जियो में विदेशी निवेशकों ने भारी निवेश किया था. केकेआर एंड कंपनी इंक और सिल्वर लेक जैसे निवेशकों की मदद से उस साल कंपनी ने 22 अरब डॉलर जुटाए थे. उसने 2016 में जब जियो का 4जी डाटा प्लान लॉन्च किया था तो दुनिया के दूसरे सबसे बड़े फोन बाजार भारत में हलचल मच गई थी. बाद में कंपनी ने 4जी आधारित स्मार्ट फोन बाजार में उतारा जिसकी कीमत मात्र छह हजार रुपये थी.
2017 में रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी ने जियोफोन का ऐलान किया था. मिंट की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक पहले तीन दिन में ही लोगों ने 60 लाख जियोफोन बुक कर लिए थे. 24 अगस्त 2017 को यह बाजार में आया और 2018 की पहली तिमाही में कुल बिकने वाले फोनों में से 15 प्रतिशत पर इसका कब्जा हो चुका था. 14 प्रतिशत के साथ दूसरा नंबर नोकिया का था. पिछले साल कंपनी ने बताया था कि भारत में 10 करोड़ से ज्यादा जियोफोन उपभोक्ता थे.
रिपोर्टः वीके/एए (रॉयटर्स)