लीबिया: मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाए गए कई पाकिस्तानी
२ अगस्त २०२३छुड़ाए गए पाकिस्तानी प्रवासियों को मानव तस्करों ने फिरौती के लिए पकड़ रखा था. बताया जा रहा है कि छुड़ाए गए लोगों में बच्चे भी शामिल हैं.
लीबिया में प्रवासियों की मदद करने वाले समूह अल-अब्रीन के मुताबिक पाकिस्तानी नागरिकों को सोमवार सुबह पूर्वी लीबिया के शहर तुबरुक से लगभग आठ किलोमीटर दक्षिण में अल-खैर क्षेत्र में तस्करों के गोदामों से रिहा कराया गया.
कैद किए गए लोगों में बच्चे भी
समूह ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में कहा कि बच्चों समेत प्रवासियों को बाद में नजदीकी पुलिस मुख्यालय में ट्रांसफर कर दिया गया. अल-अब्रीन के एक कार्यकर्ता इसरीवा सलाह ने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि पाकिस्तानी प्रवासी यूरोप जाने के इरादे से लीबिया पहुंचे थे, लेकिन तस्करों ने उन्हें पकड़ लिया और उनकी रिहाई के लिए फिरौती की मांग की.
अल-अब्रीन के फेसबुक पेज पर पोस्ट की गई कई तस्वीरों में कथित तौर पर रिहा किए गए दर्जनों पाकिस्तानी प्रवासियों को एक गोदाम के बाहर बैठे हुए दिखाया गया है. अफ्रीका और मध्य पूर्व से यूरोप जाने की कोशिश करने वाले प्रवासियों के लिए लीबिया एक प्रमुख ट्रांजिट प्वाइंट है.
लीबिया में अराजकता की स्थिति का फायदा उठाते तस्कर
2011 में नाटो समर्थित तख्तापलट और तानाशाह मुआम्मर गद्दाफी की हत्या के बाद से लीबिया में अराजकता की स्थिति है. पिछले दशक के अधिकांश समय में तेल समृद्ध देश पर पूर्वी और पश्चिमी लीबिया में दो प्रतिद्वंद्वी सरकारों का शासन रहा है, दोनों को मिलिशिया और विदेशी सरकारों का समर्थन हासिल है.
मानव तस्करों ने अस्थिरता के इस दशक का फायदा उठाकर मिस्र, अल्जीरिया और सूडान समेत छह देशों की सीमाओं से प्रवासियों की तस्करी की. लीबिया पहुंचने के बाद यूरोप में बेहतर जीवन की तलाश में हताश प्रवासियों को ये मानव तस्कर मध्य भूमध्य सागर में एक खतरनाक और घातक समुद्री मार्ग पर घटिया रबर नौकाओं और अन्य जहाजों में लाद देते हैं.
बेहतर जिंदगी की तलाश
जून में लगभग 350 पाकिस्तानियों समेत 700 प्रवासियों को लीबिया से यूरोप ले जा रही एक जर्जर नाव ग्रीस के तट पर डूब गई थी. इस दुर्घटना में केवल 12 पाकिस्तानियों समेत 104 लोगों को बचाया जा सका. पाकिस्तान इस वक्त आर्थिक संकट से जूझ रहा है और ऐसे में देश के युवा रोजगार की तलाश में यूरोप जाने का खतरनाक रास्ता चुन रहे हैं.
कई पाकिस्तानी यूरोप पहुंचने की चाहत में लीबिया पहुंचते हैं और वे किसी तरह से नाव पर सवार होकर यूरोपीय तटों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं, कई बार नाव हादसे की शिकार हो जाती है और कई बार मानव तस्कर ऐसे लोगों को फिरौती के लिए कैद कर लेते हैं.
एए/सीके (एपी)