मदुरै रेल यार्ड में कोच में आग लगी, नौ की मौत
२६ अगस्त २०२३मदुरै के एक अधिकारी साली थालापथी ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "यह एक अकेला स्टेशनरी कोच था, जिसे प्राइवेट टूरिस्ट ऑपरेटर ने बुक कराया था. किसी ने चाय बनाने की कोशिश की और इससे आग लगी."
अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार तड़के हादसे के वक्त कोच मदुरै रेलवे यार्ड पर खड़ा था. इसे ट्रेन से अलग किया गया था. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, आग करीब सुबह पांच बजे लगी और दो घंटे की मशक्कत के बाद बुझाई जा सकी.
क्या भारतीय रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पर्याप्त कोशिश कर रहा है?
नुकसान की जानकारी देते हुए थालापथी ने कहा, "नौ लोग मारे गए हैं, इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. नौ अन्य घायल हैं, लेकिन उनके जख्म जानलेवा नहीं हैं." प्रशासन के मुताबिक, अभी तक किसी भी शव की पहचान नहीं हो सकती है. कुछ यात्री बोगी से बाहर निकलने में सफल रहे.
कोच में पहुंचाया गैस सिलेंडर
भारतीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक, 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश की राजधानी से लखनऊ से यह प्राइवेट कोच रवाना हुआ था. हादसे के वीडियो में अंधेरे में आग में धधकती बोगी दिखाई दे रही है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, यात्रियों ने गैरकानूनी तरीके से कोच में गैस सिलेंडर पहुंचाया. इस्तेमाल करते समय सिलेंडर फट गया.
इंसानी गलती से हुआ ओडिशा ट्रेन हादसा
भारत की गिनती दुनिया में सबसे बड़े रेल नेटवर्क वाले देशों में होती है. हर दिन औसतन 2.2 करोड़ लोग भारतीय रेल से यात्रा करते हैं. लेकिन सुरक्षा को लेकर रेलवे पर अकसर सवाल उठते हैं. हाल ही में जून में ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की टक्कर हुई थी जिसमें करीब 300 लोग मारे गए.
ओएसजे/आरएस (एएफपी, एपी)