आपदा को इस परिवार ने अवसर में बदला
२७ नवम्बर २०२०दुनिया भर में करोड़ों लोग कोरोना वायरस महामारी की वजह से आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं, लोगों की नौकरी चली गई या फिर उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है. मलेशिया के एक परिवार ने भी जब इस तरह की आर्थिक मुसीबतों का सामना किया तो उसने इसका एक "स्वादिष्ट" उपाय खोज निकाला. इस परिवार ने अपने घर के पीछे ही एक पिज्जा की दुकान खोल ली और उसके बाद उनके छोटे से गांव में यह दुकान काफी लोकप्रिय हो गई.
इस साल दुनिया भर में लाखों लोगों ने अपनी नौकरी खो दी क्योंकि सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया जिससे आर्थिक नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है. मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से 120 किलोमीटर दूर जेमापोह में एक परिवार घर के पीछे ही लकड़ी के चूल्हे पर पिज्जा बनाकर बेच रहा है, यह काम उसने महामारी के दौरान शुरू किया और यह अब काफी चल पड़ा है.
पिज्जा पर कई तरह के हर्ब, चीज़, मसाले और मीट या टूना का विकल्प रहता है. इस बिजनेस की शुरुआत करने वाले 35 साल के राउधाह हसन कहते हैं, "हमने यह काम सिर्फ पॉकेट मनी के लिए किया." हसन के कई और भाई-बहन हैं. वे कहते हैं, "लेकिन...खुदा का शुक्र है कि जो हमने किया है उसकी चर्चा पूरे गांव में हो रही है."
नई सोच से चमकी किस्मत
अप्रैल के आखिर से ही परिवार के इस रसोई से पिज्जा लोग खरीद रहे हैं. परिवार ने प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के एक महीने बाद इस बिजनेस को शुरू किया था. कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मलेशिया में प्रशासन ने कई तरह की पाबंदियां लगाईं और इस दौरान लोगों को घरों में ही रहना पड़ा था और कई व्यापार इस कारण बंद हो गए. हालांकि रेस्तरां को इन पाबंदियों के दौरान संचालन की अनुमति दी गई थी. हसन की एक रुमाल की दुकान थी लेकिन वहां बिक्री घट गई और उनके भाई-बहन के वेतन में भी कटौती हुई जिसके बाद उन्होंने घर के पीछे ही पिज्जा की दुकान खोलने का फैसला किया.
परिवार ने रमजान के दौरान ईंट और पत्थरों से एक ओवन तैयार किया, जिससे कम से कम समय में अधिक से अधिक पिज्जा ग्राहकों को परोसा जा सके. एक ग्राहक नूरलियाना हिदायह ने बताया, "कुछ पिज्जा में बहुत नमक होता है लेकिन ये वाले वाकई बहुत अच्छे हैं."
परिवार ने बिजनेस की कामयाबी के बाद एक और दुकान खोल लिया है और गांव के ही 20 लोगों को नौकरी पर रखा है. अब हर दिन इस तरह के ओवन में 800 पिज्जा तैयार हो रहे हैं.
इस साल मलेशिया में आठ लाख से ऊपर लोगों की नौकरी चली गई और वायरस के कारण देश में मंदी आ गई. हालांकि मलेशिया ने कड़े प्रतिबंधों को वापस ले लिया है और कई बिजनेस दोबारा शुरू हो गए हैं.
एए/सीके (एएफपी)
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