अमेरिका की 14,000 धरोहरों को निगल जाएगा समंदर
१ दिसम्बर २०१७जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया का तापमान और समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है. ऐसे में ताजा वैज्ञानिक अध्ययन बताता है कि विश्व सांस्कृतिक धरोहरें इस वजह से किस कदर खतरा झेल रही हैं. यह अध्ययन अमेरिका के नौ तटीय दक्षिणपूर्वी राज्यों में किया गया और पाया गया कि हर 10 पुरातात्विक स्थलों में से एक पर खतरा मंडरा रहा है.
इंसान ने आखिरकार बर्फीले समंदर को पार किया
समंदर की गहराइयों में छिपा इंसान के लिए खाना
प्लोस वन जर्नल में छपी अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है, "आंकड़े चौंकाने वाले हैं: जलस्तर के बढ़ने के बारे में जो अनुमान है उससे प्री कोलंबियन और ऐतिहासिक काल से पहले की इंसानी बस्तियों के बहुत सारे रिकॉर्ड खत्म हो सकते हैं."
रिपोर्ट के मुताबिक, "इस बात को लेकर बहुत चिंताएं हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण बहुत से पुरातात्विक और ऐतिहासिक रिकॉर्डों पर खतरा मंडरा रहा है." वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मौजूदा रफ्तार को देखते हुए वर्ष 2100 तक समुद्र के जलस्तर में एक मीटर की वृद्धि हो सकती है.
पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थलों को लेकर यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है, जिसमें अटलांटिक और मेक्सिको की खाड़ी के तटीय इलाकों में मौजूद स्थलों के विकास संबंधी आंकड़ों को समुद्र के बढ़ते जलस्तर के अनुमानों के साथ पेश किया गया है.
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेनेसी में आर्कियोलॉजी के प्रोफेसर और रिपोर्ट के सह लेखक डेविक एंडरसन ने थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन को बताया, "यह तो बड़े खतरे का सिर्फ छोटा सा हिस्सा है. तटीय इलाकों के आसपास इंसान हजारों सालों से रह रहे हैं और हम उसमें से बहुत कुछ गंवाने वाले हैं."
जिन ऐतिहासिक स्मारकों के नष्ट होने का खतरा है उनमें फ्लोरिडा का 17वीं सदी का कास्टिलो दे सान मारकोस किला और फोर्ट माटाजांस भी शामिल हैं. इसके अलावा मैरीलैंड, वर्जीनिया, नॉर्थ कैरोलाइना, दक्षिणी कैरोलाइना, जॉर्जिया, अलाबामा, मिसिसिप्पी और लुइजियाना में भी ऐसे कई अहम स्मारक हैं. अध्ययन रिपोर्ट के लेख इन स्मारकों को बचाने के तरीके तलाशे जाने पर जोर देते हैं.
एके/एनआर (थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन)