आतंकवाद पर लगाम कसे पाक: मनमोहन
२० नवम्बर २०१०प्रधानमंत्री से जब पूछा गया कि मुंबई हमलों के बाद भारत पाकिस्तान के बीच बंद हुई वार्ता कब शुरू की जाएगी तो जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा," हम पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत करना चाहते हैं अगर आतंकवाद पर लगाम लगाई जाए." प्रधानमंत्री ने ये भी कहा,"हम कोशिश कर रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों को सामान्य बनाएं क्योंकि सब जानते हैं कि हम अपने दोस्त तो चुन सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं. हमारे पास कोई विकल्प नहीं."
प्रधानमंत्री ने कहा कि दक्षिण एशिया में तेजी से विकास करने की पूरी संभावना है लेकिन ये सब कुछ इलाके की स्थिरता और शांति पर निर्भर है. मनमोहन सिंह का कहना है कि साढ़े छह साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने पड़ोसी देशों से रिश्ते बेहतर बनाने को पूरी अहमियत दी. इनमें पाकिस्तान सहित दक्षिण एशिया के देश और दक्षिण पूर्व एशिया के देश शामिल है.
प्रधानमंत्री के मुताबिक भारत की लुक ईस्ट(पूर्व की ओर देखो) नीति काफी सफल रही है और हाल ही में अपनी जापान और मलेशिया यात्रा का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन देशों के साथ गहरे आर्थिक सहयोग पर सहमति बनी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आसियान देशों के साथ भारत के रिश्ते बेहतर हुए हैं और वो पूर्वी एशिया सम्मेलन का संस्थापक सदस्य भी बन गया है. इसके साथ ही भारत ने सउदी अरब, कतर और कुवैत जैसे मध्य पूर्व और मध्य एशिया के देशों के साथ भी अपने रिश्तों को बेहतर किया है.
इसी दौर में पी-5 देशों यानी कि अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के साथ भारत के संबंधों में मजबूती आई है. प्रधानमंत्री के मुताबिक रिश्ते मजबूत होने का एक प्रमाण ये भी है कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भारत का दौरा किया है. अगले महीने चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ, रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव और फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोजी भारत आ रहे हैं.
मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत पर लोगों को इतना भरोसा है कि दुनिया के कोने कोने में लोग इसे सम्मान की नजर से देखते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा," दुनिया इस बात पर खुश होती है कि 1.2 अरब की आबादी वाले इस देश में सभी धर्मों के लोग हैं, कानून का शासन है और इंसान की आजादी है और जो 9 से 10 फीसदी की रफ्तार से विकास कर रहा है. दुनिया चाहती है कि भारत सफल हो." प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मिट को संबोधित कर रहे थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एस गौड़