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औद्योगिक जासूसी रोकेगा जर्मनी

२९ अगस्त २०१३

एनएसए कांड के बाद उद्योग जगत की जासूसी पर चिंता बढ़ गई है. जर्मन सरकार और उद्योग संघ ने आने वाले सालों में उद्यमों के लिए उपयुक्त सुरक्षा ढांचा बनाने का फैसला लिया है. एनएसए कांड की इसमें सिर्फ अप्रत्यक्ष भूमिका है.

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तस्वीर: DW/K.-A. Scholz

उद्यमों को बाहर के जासूसी हमलों से बचाने के कदमों पर विचार करने के लिए जर्मन सरकार और उद्योग संघों ने आर्थिक जासूसी और तोड़फोड़ को रोकने का एक समझौते किया है. गृह मंत्री हंस पेटर फ्रीडरिष, जर्मन उद्योग संघ के अध्यक्ष उलरिष ग्रिलो और उद्योग और व्यापार संघ के प्रमुख एरिक श्वाइत्सर ने सरकार, उद्योग और प्रशासन के करीब 200 लोगों की मौजूदगी में सहमति पत्र पर दस्तखत किए. इस सहमति पत्र को तैयार करने पर 2012 के अंत से ही बातचीत चल रही थी. उस समय तक अमेरिकी खुफिया एजेंसी एनएसए के जरिए सभी टेलिफोन और इंटरनेट डाटा इकट्ठा किए जाने का मामला सामने नहीं आया था.

एनएसए कांड के सामने आने के बाद यह मुद्दा महत्वपूर्ण हो गया. बीडीआई प्रमुख ग्रिलो ने कहा कि एनएसए कांड के कारण सरकार और उद्यमों में संवेदनशीलता बढ़ गई है. सरकार और उद्योग संघों के सहमति पत्र को "जर्मनी में अर्थव्यवस्था की सुरक्षा 2015-भरोसा, सूचना, रोकथाम" का नाम दिया गया है. गृह मंत्री फ्रीडरिष ने कहा कि जर्मनी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति बनाना चाहता है, जो भविष्य में यूरोप के लिए भी आदर्श हो सकता है. जर्मन सरकार का अनुमान है कि औद्योगिक जासूसी से देश का कम से कम 50 अरब यूरो का नुकसान हो रहा है.

आर्थिक सुरक्षा के कदम

अर्थव्यवस्था और सुरक्षा अधिकारियों के सहयोग से एक सुरक्षा प्लेटफॉर्म बनाना इस रणनीति के केंद्र में है, जिसमें दोनों पक्ष की ओर से मुख्य संपर्क अधिकारी रहेंगे. इस रणनीति की सफलता के लिए उद्यमों को समस्या के प्रति और संवेदनशील बनाना, ज्यादा आपसी भरोसा और सूचना के लेन देन का नया स्तर जरूरी है. उद्योग और वाणिज्य संघ के प्रमुख श्वाइत्सर का कहना है कि खासकर सफल छोटे और मझौले उद्यमों को जासूसी के मुद्दे पर संवेदनशील होना होगा. इन उद्यमों का नए उत्पादों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है, इसलिए वे दूसरों को जासूसी का मौका भी देते हैं.

बीडीआई प्रमुख ग्रिलो का कहना है कि जासूसी का शिकार होने वाले दस में आठ उद्यम अब तक उसकी रिपोर्ट नहीं करते क्योंकि उन्हें उस पर होने वाली कार्रवाई नहीं दिखती. उद्यमों को सुरक्षा देने के लिए अधिकारियों को इस सूचना की जरूरत है. इसके बावजूद रिपोर्ट करने की अनिवार्यता को वे सही नहीं मानते. भविष्य में यह स्वैच्छिक होगा. फ्रीडरिष ने कहा कि वे सिद्धांत में ग्रिलो से सहमत हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने बिजली और पानी जैसे महत्वपूर्ण उद्यमों के लिए अनिवार्य रिपोर्ट की बहस छेड़ी है. ग्रिलो ने आर्थिक जासूसी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कानूनों की मांग की.

पूरब से जासूसी

औद्योगिक जासूसी का नुकसान तुरंत नहीं दिखता. उसका पता तब चलता है जब किसी व्यापार मेले में प्रतिद्वंद्वी नया विकसित माल दिखाता है, जो चोरी की जानकारी की मदद से बनाया गया है. जर्मनी की घरेलू खुफिया एजेंसी फरफासुंग्सशुत्स के प्रमुख हंस गियॉर्ग मासेन के अनुसार रूस और चीन औद्योगिक जासूसी के मुख्य किरदार हैं. यह संस्था राजनीतिक उग्रवाद और आर्थिक जासूसी के मामलों की रोकथाम के लिए जिम्मेदार है. मासेन ने बताया कि चीन की खुफिया एजेंसी के जासूसों का पता चला है, जो जर्मनी में वैज्ञानिकों या पत्रकारों के रूप में काम करते थे. खासकर निराश कर्मचारी भी जासूसों का निशाना होते हैं.

अमेरिकी व्हिस्लब्लोअर एडवर्ड श्नोडन के खुलासों पर चल रही बहस पर मासेन ने कहा, "ऐसी कोई जानकारी नहीं है जो पश्चिम से औद्योगिक जासूसी के आरोप की पुष्टि करे." उनके अनुसार अब तक अमेरिका या ब्रिटेन से जासूसी का कोई मामला साबित नहीं किया जा सका है. खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि उनकी एजेंसी सारे संदेहों की जाच करती है. श्वाइत्सर ने भी एनएसए कांड की चर्चा की और अमेरिका तथा यूरोप की दोस्ती पर सवाल उठाने के खिलाफ चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यह जर्मनी और विश्व के आर्थिक विकास का आधार है. उन्होंने कहा कि अटलांटिक के पार मुक्त व्यापार संधि पर बातचीत रोकी नहीं जानी चाहिए.

रिपोर्ट: काय-अलेक्सांडर शॉल्त्स/एमजे

संपादन: निखिल रंजन

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