काफला सिस्टम खत्म करे कतर
२ दिसम्बर २०१३दुनिया भर के फुटबॉल खिलाड़ियों के संगठन एफआईएफप्रो ने कतर से काफला सिस्टम खत्म करने और उनके खिलाड़ियों से करार के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करने को कहा है. 2022 के फुटबॉल वर्ल्ड कप के मेजबान देश से यह भी कहा गया है कि वह स्थानीय खिलाड़ियों का संघ बनाने की अनुमति दे. शनिवार को एफआईएफप्रो के सदस्य मैड्स ओलांद ने कतर 2022 सुप्रीम कमेटी के महासचिव हसन अल थवाड़ी से दोहा में मुलाकात करने के बाद कहा, "एफआईएफप्रो दुनिया भर के पेशवर फुटबॉल खिलाड़ियों का प्रतिनिधि है और उसकी आवाज साफ और तेज सुनाई देगी."
मानवाधिकारों का सम्मान
एफआईएफप्रो की तरफ से जारी बयान में ओलांद ने कहा है, "हमारे पास अब एक संरचना है जो कतर में कई अहम उद्देश्यों को शुरू में एफआईएफप्रो के लिए रास्ता बनाएगी. कतर ने एफआईएफप्रो की इस इच्छा के बारे में सुन लिया है कि वह फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए काफला स्पांसरशिप सिस्टम को खत्म करे. यह वास्तव में बुनियादी मानवाधिकारों का सम्मान करने से जुड़ा है." ओलांद ने यह भी कहा, "इस बारे में सभी पक्षों में सहमति है कि कतर में फुटबॉल की बेहतरी के लिए स्तर निश्चित रूप से बढाया जाना चाहिए."
फुटबॉल खिलाड़ियों का संगठन चाहता है कि कतर के प्रोफेशनल लीग का स्तर भी फीफा के मानकों के हिसाब से हो और इसमें खिलाड़ियों के साथ करार और विवादों के निपटारे की न्यूनतम शर्तें लागू की जाएं. इसके साथ ही खिलाड़ियों का एक स्थानीय संघ बनाने की भी अनुमति मिले. संघ ऐसा हो जो खिलाड़ियों के हितों को सबसे आगे रखे. एफआईएफप्रो का कहना है, "फिलहाल जिन खिलाड़ियों का एफआईएफप्रो संरक्षण करता है उन्हें यह गारंटी नहीं दी जा सकती कि उनके अधिकारों का सम्मान होगा. इसे बदलना होगा."
वापस आए फ्रांस
एफआईएफप्रो ने कतर में बैठक के दौरान फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए निर्माण के काम में लगे मजदूरों के शोषण की बात भी उठी. संगठन ने मांग की है कि मजदूरों के लिए मानक शर्तों का पालन होना भी जरूरी है. एफआईआईफप्रो के साथ दोहा में इस बैठक से दो दिन पहले फ्रेंच फुटबॉल खिलाड़ी जाहिर बेलूनिस घर वापस लौटे हैं. स्थानीय क्लब के साथ लंबे समय से चले आ रहे विवाद के बाद कथित रूप से उनके देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई थी.
बेलूनिस का कहना है कि उन्हें बाहर निकलने का वीजा नहीं दिया जा रहा था जिसके लिए काफला सिस्टम के तहत उनके क्लब की ओर से आवेदन दिया जाना था. 17 महीने से बेलूनिस कतर में फंसे हुए थे उनका आरोप है कि उनके क्लब ने उनका पैसा नहीं दिया और वापसी का वीजा नहीं मिलने के कारण लंबे समय तक उन्हें कतर में रहना पड़ा. बहरहाल अब वह अपने देश वापस लौट गए हैं.
एनआर/एमजी (रॉयटर्स)