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केकेआर की चाह, आईपीएल में पाक खिलाड़ी

१३ अगस्त २०१०

इंडियन प्रीमियर लीग में शाह रुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स का मानना है कि प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों की नागरिकता मायने नहीं रखनी चाहिए और फ्रैंचाइजी को दुनिया भर से बेहतरीन खिलाड़ियों को चुनने की इजाजत होनी चाहिए.

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शाह रुख की टीम चाहती है पाक खिलाड़ीतस्वीर: AP

कोलकाता नाइटराइडर्स के सीईओ जॉय भट्टाचार्य का कहना है कि उनकी इच्छा बेहतरीन खिलाड़ियों को टीम का हिस्सा बनाने की है. उन्होंने कहा, "यह बात मायने नहीं रखनी चाहिए कि कौन किस देश का खिलाड़ी है. हम ऐसी स्थिति चाहते हैं जहां हम शानदार प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों को टीम का हिस्सा बना सकें." कोलकाता नाइटराइडर्स ने हाल ही में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान के साथ एक करार किया है.

इरफान को अभी पाकिस्तान की टीम से खेलने का अवसर नहीं मिला है लेकिन श्रीलंका के खिलाफ अभ्यास मैचों में उन्होंने गेंदबाजी की है. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम के कहने पर मोहम्मद इरफान को केकेआर मैनेजमेंट ने श्रीलंका आने का न्योता दिया. वसीम अकरम ने आईपीएल 3 में केकेआर के गेंदबाजों को बॉलिंग के गुर सीखाने की जिम्मेदारी संभाली.

नाइट राइडर्स मैनेजमेंट का कहना है कि मोहम्मद इरफान के साथ सहमति के बावजूद उनके आईपीएल 4 में खेलने या न खेलने का फैसला नियमों और कानून को ध्यान में रखकर ही किया जाएगा. नाइट राइडर्स के सीईओ के मुताबिक अभी फ्रैंचाइजी को पाकिस्तानी खिलाड़ियों के आईपीएल में खेलने पर नीति की जानकारी नहीं है.

वैसे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में एक तबका ऐसा है जो मानता है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों के अगले साल आईपीएल में हिस्सा लेने के अवसर अच्छे हैं क्योंकि आईपीएल मैनेजमेंट में कुछ बदलाव हुए हैं. पीसीबी के एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "पहली बात तो यह कि ललित मोदी आईपीएल मैनेजमेंट बोर्ड में नहीं हैं. पिछले साल उन्हीं की वजह से फ्रैंचाइजी ने पाक खिलाड़ियों की बोली नहीं लगाई."

ललित मोदी के न होने की वजह से पीसीबी को लगता है कि इस बार खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने का मौका जरूर मिलेगा. आईपीएल के पहले सीजन में पाकिस्तान के कई खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था लेकिन मुंबई हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हुआ जिसके चलते 2009 और 2010 में आईपीएल से पाक खिलाड़ी दूर ही रहे. आईपीएल 3 में तो पाक खिलाड़ियों की बोली भी नहीं लग पाई जिसके चलते आईपीएल मैनेजमेंट की काफी फजीहत हुई.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार

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