पश्चिमी कार्रवाई जारी, लीबिया का नया संघर्षविराम
२१ मार्च २०११गद्दाफी समर्थकों को बेनगाजी पर नियंत्रण करने से रोकने के बाद पश्चिमी देशों की सेनाओं ने सोमवार को अपने हमलों का दूसरा दौर शुरू किया. वे लीबिया के वायुसैनिक ठिकानों को निशाना बना रहे हैं ताकि वायुक्षेत्र पर उनका नियंत्रण हो सके. लेकिन गद्दाफी के खिलाफ एक महीने से जारी विद्रोह में आम नागरिकों की रक्षा के लिए सुरक्षा परिषद ने हस्तक्षेप का जो प्रस्ताव पारित किया, अब अरब लीग को उस पर आपत्ति हो रहा है. लीग के मुखिया अम्र मूसा ने भारी बमबारी पर सवाल उठाया है जिसमें उनके मुताबिक आम लोग भी मारे जा रहे हैं.
उधर ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और कनाडा समेत दूसरे देशों के साथ मिल कर लीबिया में हमले कर रहे अमेरिका ने कहा है कि उनका अभियान कारगर साबित हो रहा है और उन्होंने लीबिया की तरफ से रविवार को जारी नए युद्धविराम को खारिज किया है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी पनडुब्बी ने रविवार रात तोमाहॉक क्रूज मिसाइलें दागी. मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हम और हमारे अंतरराष्ट्रीय साझीदार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1973 के समर्थन से अपना अभियान जारी रखे हुए हैं."
अरब देशों के समर्थन का दावा
इराक पर 2003 में हमले के बाद यह किसी अरब देश में पश्चिमी देशों का का सबसे बड़ा हस्तक्षेप है. जानकार मानते हैं कि अगर इसे अरब दुनिया का समर्थन प्राप्त नहीं होता तो पश्चिम को बेहद मुश्किलें आ सकती हैं. अमेरिकी विदेश उप मंत्री मिशेले फ्लोर्नोय से जब मूसा की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि लोग नो फ्लाई जोन को लागू करने के सैन्य आयाम को नहीं समझते है. लेकिन मैं आपसे कहता हूं कि हमें बहुत से अरब देशों से बराबर समर्थन के संदेश और बयान मिल रहे हैं."
उधर फ्रांस के सरकारी प्रवक्ता ने फ्रांसुआ बगुआ ने कहा, "आम लोगों के मारे जाने के बारे में कोई खबर नहीं है." लेकिन लीबियाई स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पश्चिमी देशों की कार्रवाई में अब तक 64 लोग मारे गए हैं. इन खबरों की स्वतंत्र रूप से जांच संभव नहीं है. शनिवार और रविवार को अमेरिका और ब्रिटिश युद्धपोतों और पनडुब्बियों से तोमाहॉक मिसाइलें दागे जाने के बाद इटली ने भी कहा कि सैन्य कार्रवाई में उनके लड़ाकू विमान भी हिस्सा ले रहे हैं.
नया संघर्षविराम
रविवार को गद्दाफी की सेना ने नए सिरे से युद्धविराम का एलान किया, लेकिन अमेरिका ने लीबिया पर युद्धविराम को लेकर झूठ बोलने या इसका तुरंत उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने भी लीबिया से अपना वादा निभाने को कहा है. उन्होंने कहा, "मैं पूरी ईमानदारी से लीबियाई अधिकारियों से आग्रह करता हूं कि वे अपने वादों को निभाएं. वे अब भी आम लोगों पर हमला कर रहे हैं."
उधर एएफपी के एक पत्रकार ने राजधानी त्रिपोली में गद्दाफी के रिहायशी परिसर के पास एक प्रशासनिक इमारत में धमाका होते देखा. वैसे गद्दाफी के परिसर के चारों ओर एंटी एयरक्राफ्ट गन तैनात हैं. यह इमारत गद्दाफी के उस टेंट से 50 मीटर की दूरी पर बताई जाती है जहां वह अक्सर अपने मेहमानों से मिलते हैं. सरकारी प्रवक्ता मूसा इब्राहिम पत्रकारों को घटनास्थल पर ले गए और कहा कि इमारत को एक मिसाइल से निशाना बनाया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह