प्रिंस चार्ल्स करेंगे कॉमनवेल्थ खेलों का उद्घाटन
२७ सितम्बर २०१०आमतौर पर ब्रिटेन की राजप्रमुख के रूप में साम्राज्ञी एलिजाबेथ द्वितीय पूर्व उपनिवेशों की आजादी के बाद बने देशों के संगठन कामनवेल्थ के खेलों का उद्घाटन करती हैं. लेकिन व्यस्तता का कारण दर्शाते हुए उन्होंने इस बार दिल्ली के खेलों में आने में अपनी असमर्थता जताई थी. इसके बाद भारतीय अधिकारियों की ओर से इस पर विचार किया जा रहा था कि भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से इन खेलों का उद्घाटन करवाया जाए.
अब प्रिंस चार्ल्स के दफ्तर क्लैरेंस हाउस की एक प्रवक्ता ने कहा है कि उद्घाटन समारोह में प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स व भारतीय राष्ट्रपति की एक प्रमुख भूमिका होगी. साम्राज्ञी एलिजाबेथ ने प्रिंस से कहा है कि वह उनका प्रतिनिधित्व करें. प्रिंस चार्ल्स साम्राज्ञी का संदेश पढ़ेंगे, जिसके अंत में खेलों के शुभारंभ की घोषणा की जाएगी.
इससे पहले भारतीय राष्ट्रपति की सचिव अर्चना दत्ता ने कहा था कि इस सिलसिले में कोई फैसला नहीं हुआ है. फैसला होने के बाद मीडिया को सूचना दी जाएगी. लेकिन भारत सरकार व संगठन समिति के कुछ सूत्रों का हवाला देते हुए कहा था कि भारतीय राष्ट्रपति ही खेलों का उद्घाटन करेंगी.
प्रिंस चार्ल्स के दफ्तर की घोषणा के बाद अब तक भारतीय सूत्रों से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. यह भी पता नहीं चला है कि दोनों देशों के बीच इस सवाल पर सहमति हो चुकी है या नहीं.
इसी बीच तेज दौड़ के खिलाड़ी अमेरिका के माइकेल जॉनसन ने कॉमनवेल्थ खेलों पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि शुरू से ही इस बार के खेलों की विफलता तय थी. सुरक्षा व असमाप्त निर्माण कार्य के अलावा उन्होंने इन खेलों के सीमित आयाम की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि एक मशहूर खिलाड़ी के लिए कॉमनवेल्थ खेलों का पदक कोई खास महत्व नहीं रखता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ए कुमार