फिलीपींस से रिश्ते बढ़ाएगा जर्मनी
७ फ़रवरी २०१३जर्मन विदेश मंत्री पिछले एक साल में एशिया के अपने तीसरे दौरे पर हैं. दौरे के पहले चरण में गुरुवार को वे मनीला पहुंचे. वहां उन्होंने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ जर्मनी के रिश्तों में नई गति की मांग की. उन्होंने कहा, "अब बढ़ रहे कारोबार और ज्यादा होते निवेश को अन्य कदमों का सहारा देने और हमारे संबंधों को पूरी व्यापकता से बढ़ाने की जरूरत है." वेस्टरवेले ने फिलीपींस की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के अलावा देश के दक्षिण में मुस्लिम विद्रोहियों के साथ शांति प्रक्रिया की भी तारीफ की और फिलीपींस के साथ गहन कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने की घोषणा की है.
जर्मनी और फिलीपींस के बीच गहरे संबंधों के लिए जर्मन फिलीपींस वाणिज्य मंडल बनाने की योजना है. जर्मन विदेश मंत्री अपने साथ कारोबारियों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल ले गए हैं. जर्मनी निर्यात पर निर्भर अर्थव्यवस्था है. उसकी सफलता कारोबार को व्यापक रूप से फैलाने की कला पर निर्भर है, ताकि किसी एक देश की कमजोरी का असर पूरे कारोबार पर न पड़े. जर्मनी के कारोबारी फिलीपींस में भी दिलचस्पी ले रहे हैं. वेस्टरवेले ने कहा, "इलाके में फिलीपींस का राजनीतिक और आर्थिक महत्व बढ़ रहा है." उन्होंने कहा कि रिश्तों को मजबूत बनाने का यह अच्छा समय है.
मनीला में विदेश मंत्री वेस्टरवेले ने फिलीपींस के विदेश मंत्री अल्बर्ट डेल रोजारियो से भेंट की. भेंट में जर्मन निवेशकों की फिलीपींस में दिलचस्पी पर भी चर्चा हुई. वेस्टरवेले ने बाद में पत्रकारों से कहा कि दोनों देश आर्थिक क्षेत्र में अपने सहयोग को बढ़ाना चाहते हैं. फिलीपींस में जर्मनी के सैकड़ों उद्यमी मौजूद हैं, जो वहां जर्मन उद्यमों के लिए उपलब्ध संभावनाओं को दिखाता है. 2011 में भी एशिया प्रशांत के इलाके में जर्मनी के आयात-निर्यात में तेजी आई. आसियान के देशों के साथ आयात 10 फीसदी बढ़ा तो निर्यात में 10.6 फीसदी की वृद्धि हुई.
जर्मनी के साथ आसियान के देशों का कुल आयात 2011 में 25.7 अरब यूरो का रहा तो वहां से निर्यात करीब 20 अरब यूरो का. आयात में शामिल देशों में सिंगापुर से 4.7 अरब यूरो तो इंडोनेशिया से 4.2 और फिलीपींस से 2 अरब यूरो का आयात हुआ. जर्मन उत्पादों को खरीदने के मामले में सिंगापुर सबसे आगे हैं. इस साल उसने 6.4 अरब यूरो का माल खरीदा तो इंडोनेशिया ने 2.1 और फिलीपींस ने 1.25 अरब यूरो की खरीदारी की. फिलीपींस, सिंगापुर और इंडोनेशिया तीनों ही आसियान के सदस्य हैं.
जर्मनी के किसी विदेश मंत्री की यह फिलीपींस यात्रा 12 साल बाद हुई है. लंबे समय तक दोनों देशों के रिश्तों पर फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डा चलाने वाली कंपनी फ्रापोर्ट के लाखों यूरो के विफल कारोबार का साया रहा. फिलीपींस की सरकार ने हवाई अड्डे के निर्माण का काम पूरा हो जाने के बाद उसके संचालन का अधिकार छीन लिया, हालांकि पहले यह तय हो चुका था. इसके अलावा हवाई अड्डा भवन को जब्त कर लिया गया. फ्रापोर्ट अभी तक साढ़े 42 करोड़ डॉलर के हर्जाने के लिए लड़ रहा है. फिलीपीनी विदेश मंत्री रोजारियो ने कहा कि जल्द ही इस समस्या का हल हो जाने की उम्मीद है.
गीडो वेस्टरवेले ने इस मुद्दे को संवेदनशील बताते हुए उम्मीद जताई कि इसका असर जर्मन उद्यमों के नए निवेश पर नहीं पड़ेगा. फिलीपींस के बाद जर्मन विदेश मंत्री सिंगापुर और इंडोनेशिया जाएंगे.
एमजे/एजेए (एएफपी, डीपीए)