बीजिंग में हर दूसरी कार के लिए पार्किंग नहीं
८ जून २०१२बीजिंग में इस समय 24 लाख 80 हजार वाहनों के लिए पार्किंग की जगह है जबकि यहां वाहनों की तादाद 50लाख के आसपास है. इसका मतलब यह हुआ की बीजिंग में पार्किंग के लिहाज से हर दूसरी कार गैरजरूरी है. शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की हालत और भी बुरा है. यहां कई मंजिल वाले पार्किंग बनाए गए हैं लेकिन फिर भी लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है. 32 साल के जियांग ली कहती हैं, ''जब भी मुझे कार से कहीं बाहर जाना होता है मैं सोचती हूं कि कार पार्क करनेके लिए जगह मिलेगी या नहीं.इसीलिए मैं कार घर पर ही छोड़ देती हूं और मेट्रो से सफर करती हूं.“
जीवन स्तर बढ़ने के साथ ही चीन के लोगों में कार की चाहत भी बढ़ी है.लेकिन इसका अंत बेमियादी ट्रैफिक जाम में होता है. बीजिंग की 2 करोड़ की आबादी के लिए ये परेशानी का सबब है. 2008 में हुए ओलंपिक के समय यहां वाहनों की तादाद करीब 30 लाख थी जो 4 साल में बढ़कर 50 लाख हो चुकी है.
बीजिंग की सड़कें और गलियां कारों से ठसाठस भरी रहती हैं. 2010 में यहां 7 लाख कारों का रजिस्ट्रेशन हुआ. इसके बाद अधिकारियों ने नये वाहनों पर रोक लगा दी. पिछले साल केवल 2 लाख 40 हजार नई कारों का रजिस्ट्रेशन हुआ. तब से केवल 20 हजार नंबर प्लेट ही हर महीनें बांटी जा रही हैं. वो भी लॉटरी सिस्टम के तहत. जियांग कहती हैं, "4 किलोमीटर दूर मेरे ऑफिस तक पहुंचने में महज 10 मिनट लगता है लेकिन सुबह-सुबह बीजिंग में लगने वाले ट्रैफिक जाम की वजह ये दूरी 1 घंटे की हो जाती है." कार खरीदने से महंगा कार के लिए पार्किंग स्थान खरीदना है. जियांग बताती हैं, "मेरे ऑफिस में पार्किंग उपलब्ध कराई जाती है लेकिन इसके लिए मुझे 31 हजार 500 डॉलर चुकाना पड़ेगा जो कि कार की कीमत से भी ज्यादा है."शहर से सटे ग्रामीण इलाकों की हालत तो और भी बुरी है. यहां पार्किंग के लिए झगड़ा आम बात है. पार्किंग के लिए स्थान भी नहीं है क्योंकि यहां के लोग पहले कार लेते ही नहीं थे.
कार पार्किंग के अलावा बीजिंग के लोगों एक दूसरी समस्या से भी दो चार होना पड़ रहा है.ये समस्या है फर्जीकार पार्किंग से. आधिकारिक जगह की कमी होने की वजह से बीजिंग में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो फर्जी तरीके से कार पार्किंग कराते हैं.ये एकदम आधिकारिक कार पार्किंग की तरह लगते हैं. कई बार तो सरकारी अधिकारी भी नहीं पहचान पाते. इस समस्या से निपटने के लिए सरकार एक नया कानून लाने जा रही है.जियोतोंग विश्विद्यालय के प्रोफेसर गु युआन ली कहते हैं, 'बीजिंग का बाजार तेजी से फैल रहा है.शहरी विकास की योजना बनाने वालों को इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि बीजिंग का विकास इतनी तेजी से होगा.' युआन ली के मुताबिक इस समस्या से निपटने का एक ही उपाय है. और वो है सार्वजनिक वाहनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल. लोगों को सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करना होगा.
वीडी/एएम (डीपीए)