ब्रिटेन में ब्रेक्जिट डील पर खलबली
१५ नवम्बर २०१८यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के निकलने को लेकर हुई डील पर इस महीने के आखिरी में ईयू नेताओं ने शिखर सम्मेलन बुलाया है. इससे पहले इसे लेकर ब्रिटेन में सियासी कोहराम मचा है. प्रधानमंत्री मे की सरकार में ब्रेक्जिट मामलों के मंत्री डोमिनिक राब ने भी डील से खफा होकर अपना पद छोड़ दिया है. इससे पहले उत्तरी आयरलैंड से जुड़े मामलों के मंत्री और पेंशन मामलों की मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है.
राब ने ट्विटर पर कहा, "मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि कल ब्रेक्जिट डील पर हुई कैबिनेट बैठक के बाद मुझे इस्तीफा देना होगा." उन्होंने कहा कि वह यूरोपीय संघ के साथ हुई डील की शर्तों का समर्थन नहीं कर सकते हैं. इससे पहले जुलाई में डेविड डेविड ने ब्रेक्जिट मामलों के मंत्री पद से इस्तीफा दिया था.
खबरें है कि मौजूदा पर्यावरण मंत्री माइकल गोव ने भी इस्तीफे की पेशकश की है. इस्तीफा दे चुकी एक मंत्री इस्थर मैकवे ने प्रधानमंत्री मे को बताया कि डील में ब्रेक्जिट जनमत संग्रह के 'नतीजे का सम्मान' नहीं किया गया है और इससे 'हम कस्टम यूनियन में फंस जाएंगे'.
गुरुवार को ब्रिटेन की सरकार ने 585 पन्नों की इस डील को संसद में पेश किया है. बताया जाता है कि सरकार के लगभग 10 मंत्री डील से सहमत नहीं हैं. इस मुद्दे पर उत्तरी आयरलैंड मामलों के मंत्री शैलेश वारा पद छोड़ने वाले पहले मंत्री बने.
अब प्रधानमंत्री मे के सामने इस डील को ब्रिटिश संसद से मंजूर कराने की चुनौती है. न सिर्फ इस डील को चुनौती दी जा रही है बल्कि मे के नेतृत्व पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. हालांकि प्रधानमंत्री मे का कहना है, "हमारे सामने जो विकल्प है वह बहुत सी स्पष्ट है. या तो इस डील के साथ हम (ईयू से) बाहर निकलें या फिर बिना किसी डील के, या फिर ब्रेक्जिट हो ही ना."
जर्मन विदेश मंत्री हाइको मास ने ट्विटर पर लिखा कि वह ब्रेक्जिट का समर्थन नहीं करते, बावजूद इसके जो डील हुई उससे वह संतुष्ट हैं.
एके/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)