भारत ने लीबिया पर हमले की निंदा की
२१ मार्च २०११अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा की कार्रवाई पर भारतीय विदेश मंत्री अफसोस जताया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य देश भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा, ''लीबिया में हो रही हिंसा, हमले और मानवाधिकारों की बिगड़ी स्थित पर हम चिंतित हैं. हम हवाई हमलों की निंदा करते हैं.''
कृष्णा ने बातचीत पर जोर देते हुए सभी देशों से साथ आने की मांग की. भारत ने कहा कि सभी देशों को उत्तर अफ्रीकी देश लीबिया में चल रहे हथियारबंद संघर्ष को रोकना होगा.
भारत के अलावा, रूस, चीन और जर्मनी जैसे देश भी लीबिया में हो रही कार्रवाई से दूर हैं. जर्मनी नाटो का सदस्य होने के बावजूद हवाई हमलों में शामिल नहीं है. लीबिया पर हो रही कार्रवाई को लेकर साझेदार माने जाने वाले देशों के बीच में भी मतभेद दिखने लगे हैं.
फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोजी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन लीबिया के आम लोगों की रक्षा का हवाला देत हुए हवाई हमलों को जायज ठहरा रहे हैं. पश्चिमी देशों का कहना है कि हमले गद्दाफी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं किए जा रहे हैं.
सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी लीबिया के ऊपर लड़ाकू विमान मंडराते रहे.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार