मिनटों में तबाह कर सकता है सिगरेट का धुआं
१६ जनवरी २०११अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि नुकसान का असर इतना ज्यादा होता है मानो खून के अंदर किसी इंजेक्शन से कोई पदार्थ डाल दिया जाए. रिसर्च के बाद मिली इन नई जानकारियों को वैज्ञानिकों ने धूम्रपान करने वालों के लिए कड़ी चेतावनी बताया है.
वैज्ञानिकों ने अध्ययन के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की है कि तंबाकू डीएनए को क्या नुकसान पहुंचाता है. इस अध्ययन के नतीजे अमेरिकी केमिकल सोसाइटी के जर्नल केमिकल रिसर्च इन टोक्सिकोलॉजी में छपे हैं.
इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने धूम्रपान करने वाले 12 लोगों पर अध्ययन किया. तंबाकू में पाए जाने वाले पीएच नाम के प्रदूषक के स्तर का पता लगाया गया. वैज्ञानिकों ने पाया कि सिगरेट के धुएं में मिलने वाला फिनान्थरीन नाम का एक खास पदार्थ खून में जाकर एक जहरीला पदार्थ बनाता है. यह पदार्थ ही डीएनए को नष्ट करता है जिससे कैंसर हो सकता है.
वैज्ञानिक भी हैरान
अध्ययन के मुताबिक, "इस पदार्थ के बनने की तेजी देखकर तो वैज्ञानिक भी हैरान रह गए. लोगों के धूम्रपान करने के 15 से 30 मिनट के भीतर ही यह बन चुका था. ये नतीजे बेहद अहम हैं क्योंकि पीएच डीएनए के साथ बहुत तेजी से प्रतिक्रिया देता है."
रिसर्च के मुख्य वैज्ञानिक स्टीफन हेष्ट ने कहा कि यह अध्ययन अपने आप में अनोखा है क्योंकि यह सीधे सीधे सिगरेट के धुएं को अंदर ले जाने के प्रभाव की बात करता है. इसमें अन्य हानिकारक तत्व जैसे प्रदूषण या खराब आहार को शामिल नहीं किया गया है.
दुनियाभर में रोजाना फेफड़ों के कैंसर से तीन हजार लोगों की मौत होती है. इनमें से 90 फीसदी लोग सिगरेट की वजह से कैंसर के शिकार होते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन