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रियाल के रेल से इंजन गायब

२१ मई २०१३

स्पेनी क्लब रियाल मैड्रिड को असीम बुलंदियों तक पहुंचाने वाले खोसे मोरिन्यो क्लब छोड़ रहे हैं. उनके बिना क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम को शीर्ष पर बने रखना बड़ी चुनौती होगी.

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तस्वीर: AFP/Getty Images

इस बात की अटकलें तो काफी दिनों से लग रही थीं लेकिन क्लब के प्रेसीडेंट फ्लोरेंटिनो पेरेज ने अब इस बात की पुष्टि कर दी है. मोरिन्यो कहां जा रहे हैं, अभी किसी को पता नहीं. इसके साथ ही स्पेन की दो सबसे ताकतवर फुटबॉल टीमों में कोच हट गए हैं. बार्सिलोना के कोच पेप गुआर्दियोला पहले ही स्पेन छोड़ कर जर्मनी पहुंच चुके हैं, जहां वह जर्मनी की सबसे लोकप्रिय टीम बायर्न म्यूनिख से जुड़ रहे हैं.

पेरेज ने मोरिन्यो की विदाई की पुष्टि करते हुए कहा, "उनके किए गए काम की वजह से हम उनके आभारी हैं. हम भविष्य में उनकी कामयाबी की दुआ करते हैं. उनके साथ हमने खेल की दुनिया में आगे की ओर कदम बढ़ाया है."

UEFA Champions League 2012/13 Viertelfinale Istanbul vs. Real Madrid
तस्वीर: Reuters

प्रेसीडेंट ने कहा कि वह मोरिन्यो के साथ बने रहना चाहते थे, "लेकिन दबाव बढ़ता जा रहा था और हर चीज की एक सीमा होती है. हर कोच की एक शख्सियत होती है. उन्होंने गलतियां भी की हैं लेकिन उन्हें माना भी है."

फुटबॉल की दुनिया भी अजीब होती है. साल भर पहले रियाल के प्रशासक मोरिन्यो की तारीफों के पुल बांधते नहीं थकते थे, जब टीम ने 100 से ज्यादा अंक और 121 गोल की मदद से ला लीगा कप हासिल किया था. तब मोरिन्यो का कांट्रैक्ट बढ़ा कर 2016 तक कर दिया गया लेकिन उन्हें फिर भी बीच में ही छोड़ कर जाना पड़ रहा है.

तो आखिर साल भर में ऐसा क्या हो गया. मंगलवार को रेडियो मार्का ने कहा, "यह एक बहुत बुरा सीजन रहा." ज्यादातर खेल जानकारों की राय रही कि मोरिन्यो ने शक्ति का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया और इस वजह से उन्हें जगह छोड़नी पड़ी.

हालांकि इसके बाद से पेरेज पर भी गाज गिरनी शुरू हो गई है. पेरेज 2000 से क्लब के प्रेसीडेंट हैं, बीच में सिर्फ तीन साल वह पद पर नहीं थे. मोरिन्यो के जाने के बाद पेरेज के प्रदर्शन पर भी सवाल उठने लगे हैं. दुनिया का सबसे अमीर फुटबॉल क्लब इस सीजन को भारी नाकामी के साथ अलविदा कह रहा है. पिछले साल का स्पेनी लीग ला लीगा खिताब वह अपने चिर प्रतिद्वंद्वी बार्सिलोना को दे रहा है, दूसरे मुकाबले हार चुका है और चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल में भी पटखनी खा चुका है.

पेरेज के प्रेसीडेंट रहते मोरिन्यो क्लब के आठवें कोच थे. 2010 में पेरेज उन्हें इंटर मिलान से लेकर आए थे. इसके बाद के तीन सालों में मोरिन्यो की देख रेख में टीम को एक स्पेनी कप और एक किंग्स कप हासिल हुए. स्थानीय मीडिया का कहना है कि पेरेज ने कोचिंग पर बहुत पैसा खर्च किया.

एजेए/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)

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