"सचिन बेस्ट और पोंटिंग सबसे आक्रामक"
७ अक्टूबर २०१०121 टेस्ट मैचों में 24 शतक मारने वाले वेस्ट इंडीज के खिलाड़ी विवियन रिचर्ड्स का मानना है क्रिकेट का टेस्ट फॉर्मेट सबसे अच्छा है और इसमें सबसे अच्छा टेलेंट सामने आता है.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए पहले टेस्ट की तारीफ करते हुए विव ने कहा,"टेस्ट मैच और खासतौर से इसका आखिर दौर, ये क्रिकेट मेरे विचार सबसे अच्छा है. ये फॉर्मेट अच्छे और बुरे खिलाड़ियों को अपने आप अलग अलग कर देता है."
विव रिचर्ड्स का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग सबसे आक्रामक खिलाड़ी हैं जबकि सचिन को वो सबसे अच्छा बैट्समन मानते हैं. "मेरे लिए रिकी पोंटिंग सबसे आक्रामक खिलाड़ी हैं. मुझे उनकी आक्रामकता हमेशा अच्छी लगती है. लेकिन जो भूमिका सचिन भारत के लिए निभा रहे हैं, ये बल्लेबाजी मेरे लिए सबसे अच्छी है. जो काम सचिन कर रहे हैं और पहले जिस तरह से वह खेलते रहे हैं, उनके करियर के यह दो अलग चैप्टर्स हैं. जहां तक बल्लेबाजी का सवाल है वह सबसे बड़े हैं."
रॉयटर्स समाचार एजेंसी से बात करते हुए रिचर्ड्स ने आश्चर्य जताया कि कैसे क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग जैसे मामले सिर उठा सकते हैं. "मुझे लगता है कि इन दिनों तनख्वाह बहुत अच्छी है. अगर आप एक स्तर पर पहुंच जाते हैं और अपनी पहचान बना लेते हैं तो आप भारत के आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में खेल सकते हैं." विव का कहना था कि कभी किसी सट्टेबाज ने उनसे संपर्क नहीं किया. "मेरे समय में भी ये हो सकता है. लेकिन मैं बहुत पक्का था और इसलिए कोई सट्टेबाज मेरे पास आकर मैच फिक्स करने की बात नहीं कर सकता था. मेरा और मेरे देश का सम्मान दांव पर लग जाता. ये मेरे लिए कुछ डॉलर्स से बहुत ज्यादा कीमत का है."
विवियन रिचर्ड्स का मानना है कि वेस्ट इंडीज का क्रिकेट रसातल में चला गया है. उन्होंने वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड की कड़ी आलोचना की कि वह पुराने खिलाड़ियों को टीम की मदद करने से रोक रहा है. "फिलहाल करैबियाई देश में क्रिकेट बिलकुल नीचे है. ये खराब हालत में है. बहुत काम की जरूरत है ताकि ये अपनी खोई हुई रौनक फिर से पा ले. मैं वेस्ट इंडीज के क्रिकेट से अब बिलकुल जुड़ा हुआ नहीं हूं. अधिकतर पुराने खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है. रचनात्मक आलोचना को यहां महत्व नहीं देते."
58 साल के क्रिकेटर ने कहा, "मैं वही भूमिका लेना चाहता हूं जैसी ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए ग्रेग चैपल की है. मुझे लगता है अच्छे टेलेंट के लिए मेरे पास निगाह है. हमने बोर्ड में ये कभी नहीं किया."
एंटिगा और बार्बाडोस के प्रतिनिधि मंडल के मुखिया के तौर दिल्ली आए विव का मानना है, "ये खराब सुनाई पड़ता है कि बोर्ड में खेल संगठनों का प्रभुत्व है. वेस्ट इंडीज क्रिकेट का भविष्य निश्चित ही संदेहास्पद है."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए जमाल