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'स्पैक्ट्रम घोटाले की जेपीसी जांच नहीं'

११ दिसम्बर २०१०

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 2जी स्पैक्ट्रम घोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति नहीं करेगी. इस मसले पर प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को भी आड़े हाथों लिया. कहा, ससंद न चलने देना दुख का विषय है.

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तस्वीर: UNI

दो दिन के यूरोपीय दौरे पर ब्रसेल्स और बर्लिन आए मनमोहन ने कहा कि 2जी स्पैक्ट्रम घोटाले की जांच चल रही है. सिंह के मुताबिक मामले की जांच कर रही एजेंसियां पूरी तरह सक्षम है, लिहाजा संयुक्त संसदीय समिति से जांच नहीं कराई जा सकती. यह पहला मौका है जब जेपीसी की मांग को लेकर प्रधानमंत्री ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा, ''मैंने विपक्ष से कई बार कहा है कि मौजूदा तंत्र वैसी ही जांच कर सकता है जैसी जेपीसी कर सकती है. मुझे आशा है कि वह इस तर्क को समझेंगे.''

बीजेपी की अगुवाई में विपक्षी दल सरकार से लगातार जेपीसी जांच की मांग कर रहे हैं. इसकी वजह से संसद के शीतकालीन सत्र में खूब हंगामा भी हो चुका है. हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई एक दिन भी पूरी तरह नहीं चल सकी है. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि जब तक जेपीसी जांच का एलान नहीं किया जाता, तब तक संसद नहीं चलने दी जाएगी.

विपक्ष के इस रुख से मनमोहन सिंह दुखी हैं. सिंह ने कहा, ''मैं देश में संसदीय प्रणाली के भविष्य को लेकर चिंतित हूं. यह दुख की बात है कि संसद की कार्रवाई नहीं चलने दी जा रही है.''

वहीं विपक्ष का कहना है कि सीबीआई और पीएसी जैसी सरकारी जांच एजेंसियां सरकार के इशारों पर काम करती हैं. लिहाजा 2जी घोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराई जानी चाहिए. 2जी स्पैक्ट्रम घोटाले के चलते केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए राजा को इस्तीफा देना पड़ा है. सुप्रीम कोर्ट भी सीबीआई को फटकार पर फटकार लगा रहा है. अदालत सीबीआई से कह चुकी है कि वह जांच में लेट लतीफी न करे. जांच एजेंसी से यह सवाल भी पूछे गए हैं कि वह आखिर राजा से पूछताछ क्यों नहीं कर रही है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/अनवर जे अशरफ, बर्लिन

संपादन: महेश झा

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