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समाज

भारत में दिन-रात काम में लगे हैं कब्र खोदने वाले

३० अप्रैल २०२१

भारत में कोरोना वायरस के मामले एक करोड़ 80 लाख को पार कर गए हैं और मरने वालों की संख्या इस कदर बढ़ रही है कि कब्र खोदने वाले दिन-रात काम कर रहे हैं.

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तस्वीर: Francis Mascarenhas/REUTERS

गुरुवार को भारत में कोरोनो वायरस के तीन लाख 79 हजार 257 नए मामले आए जबकि 3,645 लोगों की मौत हुई. एक दिन में मौतों की यह सबसे बड़ी संख्या है. दुनिया का दूसरी सबसे अधिक आबादी वाला देश भारी संकट से गुजर रहा है और अस्पताल और श्मशान-कब्रिस्तान दोनों जगह लाइनें लगी हैं.

24 घंटे काम कर रहे हैं कब्रिस्तान

मुंबई में कब्र खोदने का काम करने वाले 52 साल के सैयद मुनीर कमरूद्दीन और उनके साथी लगातार काम कर रहे हैं. वह बताते हैं, "मुझे कोविड से डर नहीं लगता. मैंने पूरे हौसले के साथ काम किया है. यह डर नहीं हौसले का वक्त है. मेरा यही काम है. लाश को ऐम्ब्युलेंस से उतारना और दफ्न करना."

भारत में रोजाना हजारों लोग अस्पतालों में बिस्तर और ऑक्सीजन की तलाश में पहुंच रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग एक दूसरे से मदद मांग रहे हैं. जैसे ही किसी अस्पताल में, खासकर आईसीयू में कुछ बिस्तर खाली होते हैं, उन्हें भरने में कुछ मिनट ही लगते हैं.

Weltspiegel 29.04.21 | Indien Coronavirus | Tableau
श्मशान में भी अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. तस्वीर: Danish Siddiqui/REUTERS

लहर ने हैरान किया

भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहाकार के विजयराघवन ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार को बताया, "दूसरी लहर की तीव्रता ने हम सबको हैरान किया है. हालांकि हमने अन्य देशों में दूसरी लहर देखी थी लेकिन हमारे पास तो वैक्सीन थी. और किसी अभ्यास में ऐसे संकेत नहीं मिले कि दूसरी लहर में मरीजों की संख्या इस कदर बढ़ जाएगी."

भारत की सेना ने भी ऑक्सीजन जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई की जिम्मेदारी संभाल ली है. सेना के अस्पताल आम नागरिकों के लिए भी खोले जा रहे हैं. इस बीच एक बड़े उद्योगपति ने समाचार एजेंस रॉयटर्स को कहा है कि मई महीने के मध्य तक ऑक्सीजन की कमी का संकट खत्म हो जाएगा क्योंकि उत्पादन में करीब एक चौथाई की बढ़त होगी और परिवहन व्यवस्था भी कमी को पूरा करने के लिए तैयार होगी.

भारत के सबसे बड़े ऑक्सीजन निर्माता लिंडे प्लेस के मलय बनर्जी ने कहा, "मेरा अनुमान है कि मई के मध्य तक हम परिवहन व्यवस्था को चाक-चौबंद कर लेंगे. इससे हमें देश के अन्य हिस्सों तक सप्लाई पहुंचाने में मदद मिलेगी."

टीकाकरण से उम्मीद

इस संकट से निपटने में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद टीकाकरण की सफलता पर टिकी है. बुधवार से देश के 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है. शनिवार से यह टीकाकरण शुरू हो जाएगा. लेकिन भारत के पास पर्याप्त टीके भी नहीं हैं. इसलिए रजिस्ट्रेशन की कोशिश में बहुत से लोग नाकाम रहे और सोशल मीडिया पर शिकायतें करते नजर आए. रजिस्ट्रेशन के लिए दी गई वेबसाइट भी बार-बार क्रैश होती रही.

वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)

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