'अमेरिका ने अत्याचारों की अनदेखी की'
२३ अक्टूबर २०१०विकीलीक्स के मुताबिक अमेरिकी सेना को युद्ध कैदियों पर अत्याचार के बारे में पता तो था लेकिन इन मामलों की तहकीकात नहीं की गई. मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने दस्तावेजों में कैदियों पर अत्याचार को "हैरान कर देने वाला" कहा है. एमनेस्टी ने अमेरिकी सरकार पर अंतरराष्ट्रीय कानून को तोड़ने को लेकर भी सवाल उठाए हैं. मध्यपूर्व और उत्तर अफ्रीका के लिए जिम्मेदार एमनेस्टी अधिकारी मैलकम स्मार्ट का कहना है कि इन दस्तावेज़ों से शायद यह भी सबूत मिलता है कि अमेरिकी सरकार को इन अत्याचारों के बारे में सालों से खबर थी.
पेंटागन ने की निंदा
अमेरिकी सुरक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के प्रेस सचिव जेफ मोरेल ने कहा, "हम इस बात की निंदा करते हैं कि विकीलीक्स कमज़ोर लोगों को कानून तोड़ने और गोपनीय दस्तावेज़ों को लीक करने को उकसाता है और फिर इस जानकारी को विश्व भर में फैलाता है." हालांकि पेंटागन ने दस्तावेज़ों में जानकारी के बारे में कुछ खास नहीं कहा बल्कि इस बात पर जोर दिया कि असली खतरा इस बात का है कि आतंकी फाइलों के जरिए अमेरिकी कार्रवाई पर जरूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं.
इराक युद्ध पर फिर चर्चा
इराक युद्ध की चर्चा अमेरिका में आजकल कम होती है लेकिन विकीलीक्स के खुलासे से यह मुद्दा फिर से मुख्यधारा में आ सकता है. इराक फाइलों में ईरान द्वारा आतंकियों की ट्रेनिंग और इराकी मिलिशिया को सहयोग के बारे में लिखा गया है. इराक युद्ध में आम लोगों की मौत पर भी ब्यौरे दिए गए हैं. खासकर अबु गरेब जेल में कैदियों पर अत्याचार की खबरें पहले भी अमेरिकी सरकार की छवि खराब कर चुकी हैं.
विकीलीक्स ने पहले ही कुछ अखबारों को अपने फाइलों की खबर दे दी थी. ब्रिटेन के गार्डियन और टेलिविज़न चैनल अल जज़ीरा के मुताबिक दस्तावेज़ों से पता चलता है कि अमेरिकी सैनिकों ने कैदियों पर अत्याचार को अनदेखा कर दिया. गार्डियन ने खास तौर पर एक मामले का जिक्र किया है जिसमें पुलिस ने एक कैदी के पैर पर गोली मारी जिसके बाद उसे चाबुक मारे गए. उसके बाद लिखा है, "नतीजा- तहकीकात खत्म". न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक अत्याचार के कई मामलों को अमेरिकी खोज रहे हैं लेकिन सबसे जरूरी मामलों को भुला दिया गया है.
इराक में ईरान का हाथ
दस्तावेज़ों से इराक में ईरानी प्रभाव के बारे में भी पता लग सकता है. 31 अक्तूबर 2005 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान का इस्लामिक रेवल्यूशनरी कोर इराकी शहर बसरा में हमलों की योजना बनाता है. इराक में अमेरिकी राजदूत ने इस साल अगस्त में कहा था कि ईरान की वजह से लगभग एक चौथाई अमेरिकी सैनिकों की इराक युद्ध में हत्या हुई है. 2003 से लेकर अब तक 4,000 से ज्यादा अमेरिकी सैनिक इराक में मारे गए हैं. 2011 से अमेरिकी सैनिकों के इराक से पूरी तरह निकलनी की योजना है.
जुलाई से लेकर अब तक दूसरी बार विकीलीक्स ने इस तरह की जानकारी का खुलासा किया है. इससे पहले अफ़ग़ानिस्तान पर 70,000 फाइलें वेबसाइट पर रिलीज़ की गईं थीं. इन जानकारियों के बाहर आने से अमेरिकी रक्षा तंत्र बेचैन हो उठता है.
रिपोर्टःएजेंसियां/एमजी
संपादनः ओ सिंह