ए राजा के घरों पर सीबीआई के छापे
८ दिसम्बर २०१०सीबीआई ने बुधवार को सुबह सुबह नई दिल्ली और चेन्नई में 47 वर्षीय राजा के घरों की तलाशी शुरू कर दी. 2जी स्पेक्ट्रम के आवंटन में धांधली पर सीएजी की रिपोर्ट आने के बाद भारी दबाव के बीच राजा को 14 नवंबर को इस्तीफा देना पड़ा. बताया जाता है कि इन धांधलियों की वजह से सरकारी खजाने को 1.76 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि पूर्व संचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरिया, चंदोलिया, संचार आयोग के सचिव के श्रीधर और संचार विभाग में उपमहानिदेशक एके श्रीवास्तव के घरों पर भी छापे मारे गए हैं.
राजा कहते रहे हैं कि वह इस मामले में किसी भी समय सीबीआई की पूछताछ को तैयार हैं. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री से तलाशी की प्रक्रिया के दौरान ही पूछताछ की गई. सुप्रीम कोर्ट ने घोटाले के सिलसिले में राजा और संचार सचिव से पूछताछ करने में नाकामी के लिए 22 नवंबर को सीबीआई को फटकार लगाई.
जस्टिस जीएस सिंघवी और एके गांगुली की बेंच ने हैरानी जताते हुए कहा कि क्यों देश की सबसे प्रमुख जांच एजेंसी सीवीसी और सीएजी की रिपोर्ट आने के बाद भी इन दोनों लोगों से पूछताछ नहीं कर पाई है जबकि इन रिपोर्टों में दोनों पर गंभीर आरोप लगे हैं. अदालत ने कहा, "कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति घोटाले में मंत्री और सचिव के शामिल होने के बारे में पूछताछ करेगा और आप (सीबीआई) का कहना है कि आठ हजार दस्तावेजों को छानबीन की गई है. आप बस इधर उधर फिर रहे हों. कम से कम सीबीआई से पूछताछ की उम्मीद तो की ही जाती है. आप इस अदालत को क्या समझते हैं."
जनवरी 2008 तक संचार सचिव रहे बेहुरिया के घर पर भी छापा मारा गया और लाइसेंस देने के बारे में उनसे पूछताछ भी की गई. बेहुरिया ने सीबीआई को बताया कि लाइसेंस 10 जनवरी 2008 को दिए गए और इस बारे में फैसला पहले ही ले लिया गया था. उन्होंने मंगलवार को संसद की लोक लेखा समिति के सामने भी यही बयान किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल