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चव्हाण पर देशमुख का हमला

१ नवम्बर २०१०

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के दिन अब फिर गए हैं. आदर्श सोसाइटी घोटाले ने उनकी कुर्सी के पेचों को ढीला कर दिया और राज्य के बारी राजनेता इसे हिला हिलाकर उनके नीचे से खींच लेने में जुट गए हैं.

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पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुखतस्वीर: UNI

जिन विलास राव देशमुख से छीन कर चव्हाण को कुर्सी दी गई थी वह भी अब मैदान में आ गए हैं. उन्होंने सीधे सीधे आरोप लगाए हैं कि आदर्श सोसाइटी घोटाले में चव्हाण जिम्मेदार हैं.

Ashok Chavan
अशोक चव्हाणतस्वीर: AP

एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पूर्व मुख्यमंत्री विलास राव देशमुख ने कहा कि तत्कालीन राजस्व मंत्री अशोक चव्हाण ने ही उन्हें आदर्श सोसाइटी का प्रस्ताव भेजा था और उन्होंने इसे भरोसे के साथ पास कर दिया.

देशमुख ने कहा कि उन्हें तो किसी हाल में इस घोटाले के लिए जिम्मेदार नहीं माना जा सकता. उन्होंने कहा कि चव्हाण ने ही भवन निर्माण के कानून बदले जिसके बाद यह घोटाला हुआ.

इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं आदर्श सोसाइटी घोटाले के लिए जिम्मेदार नहीं हूं. यह सारा विवाद कानूनों में बदलाव की वजह से शुरू हुआ. कानून बदलकर ही आम नागरिकों को सोसाइटी का हिस्सा बनाया गया.”

इस बीच एक अन्य कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने घोटाले में बीजेपी-शिवसेना को भी लपेटने की कोशिश की है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस के साथ साथ शिव सेना ने भी इस घोटाले में अहम भूमिका निभाई. यह सारा घोटाला 1999 में शिव सेना के राज में शुरू हुआ. पर्यावरण विभाग की मंजूरी तो उसी सरकार ने दी. और तब रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस थे जो एनडीए के संयोजक थे. आदर्श सोसाइटी के को-प्रमोटर शिव सेना के एक एमएलसी थे. तो इन सबकी भूमिकाओं की भी जांच होनी चाहिए.”

चव्हाण के बने रहने पर फैसला अभी नहीं हो पाया है. मंगलवार से एआईसीसी की बैठक शुरू हो रही है. इस घोटाले की वजह से नेताओं का उत्साह काफी गिरा हुआ है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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