1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

'चुटकी बजाते नहीं आएगा काला धन'

२० जनवरी २०११

भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि विदेशी बैंकों से काले धन को वापस लाने का काम चुटकियों में नहीं किया जा सकता. उन्होंने माना कि सरकार के पास खातों की जानकारी है लेकिन उसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता.

https://p.dw.com/p/zzpx
तस्वीर: AP

राष्ट्रपति भवन में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद मनमोहन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने कहा, "जिसे आप काला धन कह रहे हैं उसे वापस लाने के लिए कोई फौरी हल नहीं है. हमारे पास कुछ जानकारी है. इसका इस्तेमाल हम टैक्स जुटाने में कर सकते हैं."

सुप्रीम कोर्ट में खिंचाई

सुप्रीम कोर्ट काले धन के मामले पर सरकार की खिंचाई कर रहा है. सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में सरकार को जानकारी छिपाने के लिए लताड़ लगाई. उसका कहना है कि यह मामला सिर्फ टैक्स चोरी तक सीमित नहीं है बल्कि बड़ा अपराध है जिसे राष्ट्रीय धन की चोरी और लूट के रूप में देखा जाना चाहिए.

मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं पता सुप्रीम कोर्ट ने क्या टिप्पणी की है लेकिन जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, "हम अंततराष्ट्रीय समझौतों से बंधे हैं. इसलिए हम उस जानकारी को न तो सार्वजनिक कर सकते हैं और न ही उसका इस्तेमाल किसी अन्य मकसद के लिए कर सकते हैं."

जेठमलानी की याचिका

वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है जिसके तहत उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से सरकार को काला धन वापस लाने के लिए निर्देश देने को कहा है. इस याचिका में कुछ रिटायर्ड प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी उनके साथ हैं.

इस बारे में सरकार ने कोर्ट में कहा है कि यह कर चोरी का मामला है और विदेशों में खाता रखने वाले भारतीयों के नाम उजागर नहीं किए जा सकते.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एस गौड़

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें