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जेरोनिमो ईकियाः लादेन मारा गया

३ मई २०११

ओसामा बिन लादेन का जैसे ही सफाया हुआ, अमेरिका में बैठे सर्वोच्च अधिकारियों को एक ही संदेश गया, जेरोनिमो ईकिया. बिन लादेन को मारने के लिए पूरी तैयारी हुई और इसका कोड तय हुआ, ऑपरेशन जेरोनिमो. आखिर क्या रहस्य है इस कोड में.

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पल पल की जानकारीतस्वीर: dapd

19वीं शताब्दी में अपाचे सरदार जेरोनिमो के नाम पर ही ओसामा बिन लादेन का कोडनेम तय हुआ. 19वीं सदी में जब अमेरिका और मेक्सिको अपने इलाकों के कबीलों को अपने देश का हिस्सा बनाने में लगे थे, तो जेरोनिमो नाम के लड़ाके ने अपने दम पर दोनों देशों के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा था. वह बीसियों साल तक दोनों देशों की सेनाओं को गच्चा देता रहा. ओसामा भी पिछले 10 साल से अमेरिकी सेना को मूर्ख बनाता रहा था. इसी आधार पर उसका नाम जेरोनिमो रखा गया.

इस कोड के बारे में राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके कुछ बेहद निकट लोगों को ही जानकारी थी. अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास व्हाइट हाउस में पल पल की जानकारी रखी जा रही थी. वहां एक मॉनिटरिंग रूम तैयार किया गया था, जहां विशिष्ट लोग जमा थे. पाकिस्तान से आधी रात बाद अचानक संदेश आया, "जेरोनिमो ईकिया" (Gernimo EKIA). इसके बाद वहां मौजूद लोगों के चेहरे पर खुशी तैर गई. दरअसल संदेश था "जेरोनिमोः एनिमी किल्ड इन एक्शन." संदेश साफ था कि जेरोनिमो यानी बिन लादेन कार्रवाई के दौरान मारा गया.

एबटाबाद में जिस वक्त अमेरिकी सेना का विशेष दस्ता अपनी कार्रवाई में लगा था, वहां से आधी दुनिया दूर अमेरिकी सेना के सर्वोच्च प्रमुख राष्ट्रपति बराक ओबामा व्हाइट हाउस में बैठे कार्रवाई पर नजर रखे थे. मीडिया में ऐसी तस्वीरें जारी की गई हैं, जिसमें राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने मुंह पर हाथ रखे गंभीर मुद्रा में बैठे दिख रहे हैं. इस तस्वीर में अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स भी दिख रहे हैं.

Obama im Situation Room Flash-Galerie
तस्वीर: dapd

ओबामा के सलाहकार जॉन ब्रैनेन ने बताया कि कार्रवाई के दौरान राष्ट्रपति किस प्रकार चिंतित थे और उन लोगों की सुरक्षा की फिक्र कर रहे थे, जो इस ऑपरेशन में लगे थे. ब्रैनेन का कहना था, "जो लोग इस कमरे में जमा थे, यह वक्त शायद उनकी जिन्दगी के सबसे बेचैन दिनों में रहा होगा."

इस बेचैनी और तनाव के माहौल के बीच अचानक सीआई प्रमुख के मुंह से निकला कि जेरोनिमो अब ईकिया हो गया है. (The status of Gernonimo is EKIA). उनका इशारा साफ था कि बिन लादेन मारा गया. इस कार्रवाई की कमान अमेरिकी नेवी सील कमांडरों के हाथों में थी.

बिन लादेन से करीब 100 साल पहले जेरोनिमो ने भी अमेरिकी सेना को खूब छकाया था. बिन लादेन तोरा बोरा की गुफाओं से लापता हो गया था. इसी तरह जेरोनिमो भी एक ऐसी गुफा से फरार हुआ था, जिसका एक ही प्रवेश द्वार दिखता था. उसे अंदर जाते देख अमेरिकी सैनिक गुफा द्वार पर जम गए. लेकिन महीनों वहां रहने के बाद भी उन्हें जेरोनिमो हाथ नहीं लगा. उसे पकड़ने के लिए 5000 से ज्यादा सैनिकों को लगाया गया था. लेकिन बिन लादेन के विपरीत उसने 1886 में हथियार डाल दिया था.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः उभ

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