पाकिस्तान तालिबान को टाल रहा : अमेरिका
७ अक्टूबर २०१०वैसे राष्ट्रपति ओबामा की ओर से अमेरिकी कांग्रेस को भेजी गई इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विद्रोहियों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना के अभियानों में कुछ सफलताएं मिली हैं. रिपोर्ट में इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया गया है कि पिछले समय में काबुल और इस्लामाबाद के बीच संबंधों में कुछ बेहतरी आई है.
समाचार पत्र वाल स्ट्रीट जर्नल में सबसे पहले इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी गई हैं. इसमें कहा गया है कि दक्षिण वजीरीस्तान में पाकिस्तानी सेना का अभियान जारी है, लेकिन सेना की टुकड़ियां सड़कों तक ही रहती हैं और पूरा अभियान बहुत धीमा है.
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार इस रिपोर्ट में उत्तरी वजीरीस्तान में पाकिस्तानी सेना के अभियान की काफी आलोचना की गई है और कहा गया है कि यहां पाकिस्तानी सेना अफगान तालिबान और अल कायदा के विद्रोहियों से लड़ने से कतरा रही है. साथ ही कहा गया है कि सैनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक कारणों से ऐसा किया जा रहा है.
इस रिपोर्ट के बारे में कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन एक वक्तव्य में राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है कि समूची रणनीति में परिवर्तन की अभी कोई जरूरत नहीं है.
रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान में जनवरी से मार्च के बीच स्थिति काफी जटिल थी, लेकिन खासकर जुलाई और अगस्त के महीनों में सुरक्षा की स्थिति में काफी बेहतरी आई है. रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि स्थिरता लाने में अभी काफी वक्त लग सकता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एन रंजन