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बुश ने ओबामा का ग्राउंड जीरो आने का निमंत्रण ठुकराया

४ मई २०११

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने राष्ट्रपति बराक ओबामा का ग्राउंड जीरो पर आने का न्योता ठुकरा दिया है. अमेरिका के मशहूर अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार राष्ट्रपति ओबामा बिन लादेन की मौत के बाद ग्राउंड जीरो जाएंगे.

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President Barack Obama, left, talks with former President George W. Bush while waiting to escort Bush to a military helicopter after Obama was sworn in as the 44th President in Washington Tuesday, Jan. 20, 2009. (AP Photo/Saul Loeb, Pool)
तस्वीर: AP

अखबार ने बुश के प्रवक्ता डेविड शेर्जर से बात की. शेर्जर ने बताया कि बुश ने राष्ट्रपति के निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया है लेकिन पद से हटने के बाद से वो किसी भी तरह की चर्चा से दूर ही रहना चाहते हैं, इसलिए वह ग्राउंड जीरो नहीं जाएंगे. शेर्जर ने कहा कि बुश हर अमेरिकी की तरह बिन लादेन की मौत से बेहद खुश हैं और वो इसे "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी जीत मानते हैं".

अमेरिकी राष्ट्रपति अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का सफाया करने के बाद ग्राउंड जीरो जा कर 2001 में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने जॉर्ज बुश को भी न्यूयॉर्क आने का न्योता दिया. ओबामा अमेरिकी खास सेना बल नेवी सील्स की सफलता से बेहद खुश है और न्यूयॉर्क पहुंच कर इसे दर्शाना चाहते हैं. ओबामा गुरुवार को ग्राउंड जीरो पहुंचेंगे, जहां वे 9/11 में मारे गए लोगों के परिवारजनों से मुलाकात करेंगे. हालांकि व्हाइट हाउस ने इस बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार किया है.

A ceremony to mark the first anniversary of the attack on the World Trade Center takes place on the site of the towers in New York Sept. 11, 2002. Ceremonies to mark the attack are taking place across the nation. One by one, the names of the 2,801 souls lost at the World Trade Center echoed across ground zero on the anniversary of the attack Wednesday in a 21/2-hour roll call of the dead that underscored the scale of the disaster. (AP Photo/Mike Segar, Pool)
तस्वीर: AP

गौरतलब है कि 2001 में जब अल कायदा ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स पर हमला किया तब बुश ही अमेरिका के राष्ट्रपति थे. इस हमले में 3,000 से अधिक लोगों की जान गई. बुश ने बिन लादेन को ढूंढने के लिए मुहिम तो शुरू की, लेकिन उनके कार्यकाल में अमेरिका लादेन को नहीं पकड़ सका.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: ओ सिंह

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