भारत जल्द कर सकता है तहव्वुर राणा से पूछताछ
११ मई २०११मुंबई आतंकवादी हमलों का आरोपी राणा लश्कर ए तैयबा आतंकवादी डेविड हेडली का अहम साथी माना जा रहा है. इसलिए भारतीय एजेंसियां उससे मुंबई हमलों के सिलसिले में पूछताछ करना चाहती हैं. इस बारे में अमेरिकी अधिकारियों को औपचारिक अर्जी भेजी जा चुकी है. कानूनी मसलों पर एक दूसरे की मदद करने के लिए हुए समझौते के तहत यह अर्जी भेजी गई है.
मुकदमा जल्द खत्म होने की उम्मीद
भारतीय गृह सचिव गोपाल के. पिल्लई ने बताया, "राणा पर मुकदमा 16 मई को शुरू होगा. यह सबूतों पर आधारित है इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि मुकदमा जल्द ही अपने अंजाम तक पहुंच जाएगा." हालांकि पिल्लई ने कहा कि किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले राणा के मुकदमे में फैसले का इंतजार करना चाहिए.
भारत को उम्मीद है कि राणा पर शिकागो की अदालत में मुकदमा दो हफ्ते में ही खत्म हो जाएगा. राणा को मुंबई हमलों के मामले में शिकागो में गिरफ्तार किया गया था. उसने अपने बयान में कहा है कि 26/11 के आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान सरकार के निर्देशों पर ही मदद उपलब्ध कराई.
सबूत चाहता है भारत
भारत चाहता है कि अमेरिकी अधिकारियों को राणा के खिलाफ जितने भी सबूत मिले हैं, वे उसके पासपोर्ट समेत भारतीय जांच अधिकारियों को सौंपे जाएं. एक बार पूछताछ की इजाजत मिलने के बाद भारत राणा के प्रत्यर्पण की कोशिश भी शुरू कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक ऐसा संभव है क्योंकि डेविड हेडली की तरह राणा ने अमेरिका के साथ गवाही देने के लिए किसी तरह का समझौता नहीं किया है.
49 साल के तहव्वुर हुसैन राणा पर आरोप हैं कि उसने मुंबई में दफ्तर बनाने में डेविड हेडली की मदद की. बाद में इसी दफ्तर से हेडली ने हमलों के लिए तैयारियां कीं और आतंकवादियों को मदद मुहैया कराई.
अमेरिकी अधिकारी पहले डेविड हेडली से पूछताछ की इजाजत भारतीय अधिकारियों को दे चुके हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एस गौड़