मन भर सुंदर खाना
२४ अक्टूबर २०१२इस सप्ताह 19 खास व्यंजन रखे गए थे जिन्हें विशेष इनोवेशन प्राइज के लिए नामांकित किया गया है. इन्हें एसआईएएल मेले के 400 व्यंजनों में से चुना गया है. इनकी खासियत, सादगी और स्वाद.
लेकिन सादगी का मतलब यह कतई नहीं है कि ये खाने पारंपरिक स्वाद वाले हैं. अंतरराष्ट्रीय खाद्य महोत्सव के खाविएर टेरलेट ने कहा, "ग्लोबल ट्रेंड हैं मजा, स्वास्थ्य और व्याव्हारिकता. संकट के समय में, घर को केंद्र में रख कर, आधारभूत चीजों की तरफ लौटने पर जो सबसे अच्छा होता है, वह सस्ता विकल्प नहीं होता बल्कि छोटी छोटी लग्जरी होती है."
इसका उदाहरण वो तेल हो सकता है जो ग्रॉसिक्स के ब्रिटिनी आयलैंड पर किसी ने बनाया हो जिसमें अंगूर के बीजों के तेल, और झींगों के खोल का फ्लेवर हो.
इसे फिश कटलेट या सीफूड सलाद में मिला सकते हैं या फिर मसले हुए आलुओं में मिलाया जा सकता है. ऐसा ही एक स्वाद है मशरूम के स्वाद वाले काजुन नट ब्लैक गोल्ड जैसे लगते हैं.
या केसर जो इतना महंगा होता है. उसे लिक्विड स्प्रे के तौर पर पैरिस की फूडबायोटिक कंपनी ने पेश किया है. उन्होंने दो साल के शोध के बाद इस उत्पाद को दिखाया है. कंपनी के मेटेन दे सान पॉल कह रहे हैं, यह इस्तेमाल के लिए एकदम तैयार है और एकदम आसान है. आपको इसे पानी में डालने की भी जरूरत नहीं.
इसी तरह इटली के मैगियोरे झील के किनारे एसेटिफिको मेंगाजोली विनेगर निर्माता को तरह तरह का नमक बनाने की सूझी. यह पूछने पर कि समुद्री पानी से यह कैसे अलग है, कंपनी प्रमुख मार्को नोदारी साफ करते हैं," कुल मिला कर हमारा पानी साफ है. आप सब्जियों के लिए बहुत कम पानी इस्तेमाल कर सकते हैं और यह सामान्य नमक की खपत की तुलना में आधा है."
इस मेले में मिनी संस्करण और सटीक काम देखने लायक हैं, चाहे वो कूलकाल कंपनी के बनाए विनेगर बॉल्स हों या फ्रेंच अमेरिकी केमिस्ट डेविड एडवर्ड के बनाए छोटे छोटे विकिसेल्स हों.
लेकिन सभी खाद्य पदार्थों की खासियत यह है कि इसमें किसी भी तरह की कृत्रिम रंगों या पदार्थों का इस्तेमाल नहीं किया गया है.
एएम/एमजी (एएफपी)