मैनिंग को 35 साल सजा
२१ अगस्त २०१३एक सैनिक जज ने बुधवार को मैनिंग की सजा सुनाई. जूलियान असांज द्वारा स्थापित वेबसाइट विकीलीक्स को गोपनीय दस्तावेज सौंपने के आरोप में फोर्ट मीड की कोर्ट मार्शल अदालत के जज डेनिस लिंड ने 25 साल के मैनिंग को बर्खास्त कर दिया गया. इस फैसले के बाद सेना से उन्हें कोई वेतन या सुविधाएं नहीं मिलेंगी.
इस सजा में से वे साढ़े तीन साल काट दिए जाएंगे जो मैनिंग ने इस बीच जेल में गुजारे हैं. इसके अलावा उन्हें एक तिहाई सजा काटने के बाद पेरोल पाने की सुविधा होगी. इसका मतलब यह होगा कि करीब 10 साल बाद वे छूट सकते हैं. जिस समय जज सजा सुना रहे थे, सेना के गहरे हरे यूनिफॉर्म पहने मैनिंग गंभीर थे और उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उनके समर्थकों ने कोर्ट के बाहर नारा लगाया, "ब्रैडली हम तुम्हारे लिए लड़ते रहेंगे."
नहीं की दुश्मन की मदद
गोपनीय सरकारी दस्तावेजों को लीक करने के लिए मैनिंग को 90 साल की सजा हो सकती थी. पिछले महीने लिंड ने मैनिंग को 22 में 20 आरोपों का दोषी पाया, लेकिन दुश्मन की मदद करने के सबसे गंभीर आरोप में दोषी नहीं पाया. अभियोजन पक्ष ने कम से कम 60 साल कैद की सजा मांगी थी. मैनिंग के वकील डेविड कूम्ब्स ने ढील की मांग करते हुए 25 साल से ज्यादा की सजा न देने की मांग की थी, जितने समय वे दस्तावेज गोपनीय रहते.
उन्होंने कहा कि मैनिंग की जवानी नहीं छीनी जानी चाहिए क्योंकि लीक अमेरिका की सुरक्षा के लिए लंबे वक्त के लिए खतरा साबित नहीं हुआ है. कोर्ट मार्शल के दौरान कूम्ब्स ने मैनिंग को अकेलेपन के शिकार इंसान के रूप में पेश किया, जो लैंगिक पहचान की समस्या से जूझ रहा था और इराक में खुफिया विश्लेषक के रूप में काम करने के दबाव को बर्दाश्त नहीं कर पाया.
ओबामा से एमनेस्टी की मांग
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से मैनिंग की सजा खत्म कर देने की मांग की है और कहा है कि उनके द्वारा लीक सूचनाओं ने इराक और अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय कानून के हनन के बारे में मूल्यवान जानकारी दी है. एमनेस्टी के वरिष्ठ निदेशक विडनी ब्राउन ने कहा, "उन्हें दशकों तक बंद रखने के लिए जी जान लगाने के बदले अमेरिकी सरकार को अपना ध्यान अपने अधिकारियों द्वारा आतंकवाद के लड़ने के नाम पर मानवाधिकारों के गंभीर हनन की जांच करने और न्याय दिलाने के लिए करना चाहिए."
मैनिंग ने पिछले हफ्ते कोर्ट में माफी मांगी थी और कहा था कि उसे दुख है कि उसकी कार्रवाई ने लोगों को और अमेरिका को दुख पहुंचाया. मैनिंग ने कोर्ट से कहा कि वह सिर्फ लोगों को मदद पहुंचाना चाहते थे, उन्हें दुख नहीं पहुंचाना चाहते थे. उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें अपने किए का नतीजा भुगतना होगा. मैनिंग ने 7,00,000 कूटनीतिक और सैनिक दस्तावेजों की नकल करने और इस सूचना को विकीलीक्स को देने की बात मानी थी.
इस मुकदमे का असर अमेरिकी खुफिया एजेंसी एनएसए के लिए काम करने वाले एडवर्ड स्नोडेन मामले सहित लीक के दूसरे मामलों पर भी हो सकता है. स्नोडेन द्वारा लीक दस्तावेजों के आधार पर ब्रिटिश दैनिक गार्डियन में रिपोर्ट करने वाले पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने ट्वीट किया, "अमेरिका फिर कभी वैश्विक हंसी का खतरा मोल लिए बिना दुनिया को पारदर्शिता और प्रेस की आजादी के मूल्य पर लेक्चर नहीं दे पाएगा."
एमजे/एजेए (डीपीए, एएफपी)