26/11 के अपराधियों को सजा जरूर देंगे: अमेरिका
१२ मई २०११इस सिलसिले में पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिका तहव्वूर राणा की भूमिका को परखा जाएगा. मुकदमा शुरू होने से कुछ दिन पहले अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता मार्क टोनर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "हम मुंबई हमलों के दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम बाकी देशों से भी अपील करते हैं कि वे इस में हमारा साथ दें... हमारा यही संदेश है कि हम भारत के साथ हैं, क्योंकि वह भी आतंकवाद का शिकार रहा है."
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने मुकदमा शुरू होने से कुछ दिन पहले कहा है कि वह अमेरिका के साथ मिल कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, लेकिन दूसरी ओर उस पर आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने के इल्जाम भी लगते आए हैं. अमेरिका के अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा "बिन लादेन ने पाकिस्तान के एबटाबाद में इतने साल एक किले जैसे घर में बिताए, जो चारों तरफ से सेना के लोगों से घिरा हुआ था. इस से यह शक यकीन में बदलता है कि आईएसआई का 26/11 के हमलों में हाथ था, जिसमें 166 लोगों की जान गई." अखबार ने लिखा कि 16 मई से शिकागो में मुकदमा शुरू होने के बाद मुंबई हमलों में आईएसआई की भूमिका साफ हो पाएगी.
अमेरिकी सांसद माइक रॉजर्स ने कहा कि इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि भारत में हुए हमलों में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन हक्कानी नेटवर्क ने मदद की. हालांकि अमेरिका में हक्कानी नेटवर्क को विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नहीं देखा जाता, लेकिन आईएसआई और हक्कानी नेटवर्क की बीच संबंधों के बारे में पता लगाया जा रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: उभ