करीब पांच दशक तक यूरोप का हिस्सा रहने के बाद 31 जनवरी 2020 को ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ से विदा ले ली. तब से ब्रिटेन में पैदा हुए आर्थिक संकट को ब्रेक्जिट से ना जोड़ने की रणनीतिक मजबूरी के पीछे पार्टियों की आपसी राजनीति है.